स्विगी के विज्ञापनों को लेकर हालिया विवाद के कारण बड़ी संख्या में लोगों ने ऐप को अनइंस्टॉल कर दिया है, जैसा कि ट्रेंडिंग टॉपिक #HinduPhobicSwiggy पर देखा गया है। कई यूजर्स स्विगी की इस हरकत पर निराशा और गुस्सा जाहिर कर रहे हैं, जिससे उनका मानना है कि इससे हिंदू समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं।
उपभोक्ताओं के रूप में, यह महत्वपूर्ण है कि हमारी आवाज़ सुनी जाए और कंपनियों को उनके कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराया जाए। स्विगी एप को अनइंस्टॉल कर यूजर्स यह स्पष्ट संदेश दे रहे हैं कि वे किसी भी ऐसे प्रचार या चित्रण को बर्दाश्त नहीं करेंगे जो उनकी संस्कृति और मान्यताओं के प्रति अपमानजनक या अपमानजनक हो।
कंपनियों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे अपने उपभोक्ताओं की विविध पृष्ठभूमियों और विश्वासों को ध्यान में रखें और यह सुनिश्चित करें कि उनके प्रचार और विज्ञापन सम्मानजनक और समावेशी हों। जो कंपनियां ऐसा करने में विफल रहती हैं, उनके ग्राहकों का विश्वास और वफादारी खोने का जोखिम होता है।
ट्विटर पर कई उपयोगकर्ताओं ने स्विगी द्वारा हाल ही में विवादास्पद होर्डिंग और रील को बढ़ावा देने पर अपनी चिंता और निराशा व्यक्त की है, जिससे उनका मानना है कि इससे लाखों लोगों, विशेष रूप से हिंदू समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची है।
उन्होंने स्विगी से अपने कृत्य के लिए माफी मांगने और आपत्तिजनक सामग्री को तुरंत हटाने का आह्वान किया है। कुछ यूजर्स ने विरोध में अपने डिवाइस से स्विगी ऐप को अनइंस्टॉल करने का कठोर कदम भी उठाया है।
कंपनियों के लिए यह आवश्यक है कि वे अपने उपभोक्ताओं की विविध संस्कृतियों और विश्वासों के प्रति सावधान रहें और ऐसे किसी भी प्रचार या चित्रण से बचें, जिसे अपमानजनक माना जा सकता है। कंपनियों को अपने कार्यों की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और यह सुनिश्चित करने का प्रयास करना चाहिए कि उनकी सामग्री सम्मानजनक और समावेशी हो।
इस विशेष मामले में स्विगी को अपने उपभोक्ताओं की चिंताओं को दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।